मध्य रेल ने ‘अर्थ अवर दिवस’ मनाया

शहीद शौकत
मध्य रेल ने पृथ्वी ग्रह के प्रति प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में मुख्यालय और अपने सभी 5 मंडलों में दिनांक 22.03.2025 को अर्थ अवर दिवस मनाया।
मध्य रेल पर सभी गैर-आवश्यक लाइटें 20.30 बजे से 21.30 बजे के बीच “अर्थ अवर डे” या “60 अर्थ अवर” के हिस्से के रूप में बंद कर दी गईं, जो ग्रह पृथ्वी के लिए 1 घंटा या 60 मिनट देने का प्रतीक है।
यह हमारे ग्रह को प्रभावित करने वाले जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण जैसे पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और चिंता का संदेश भी देता है।
अर्थ अवर विश्व वन्यजीव कोष (WWF) द्वारा आयोजित एक विश्वव्यापी आंदोलन है। यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है, जिसमें व्यक्तियों, समुदायों और व्यवसायों को पृथ्वी के लिए एक घंटा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, और इसके अतिरिक्त स्थलों और व्यवसायों द्वारा ग्रह के प्रति प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में रात 8:30 बजे से रात 9:30 बजे तक एक घंटे के लिए गैर-आवश्यक बिजली की लाइटें बंद की जाती हैं।
अर्थ अवर वर्ष 2008 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया गया था और तब से यह एक वैश्विक रूप से मनाया जाने लगा है।
यह मध्य रेल द्वारा भारतीय रेलवे के विश्व में सबसे बड़ी हरित रेलवे बनने के मिशन को साकार करने और वर्ष 2030 तक “शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जक” बनने की दिशा में एक छोटा सा कदम है।
–